एक अधुरा सपना

छोटे छोटे नन्हे कदमो को जिनने चलते देखा,
 सपनो के महलो को भी उनने गिरते देखा ll

रोया तो दिल बहुत होगा उनका पर ,
फिर भी पहले बचो का सुख देखा ll

पर पूछो उनके दिलों से की कब कब उनकी आखे सोयी है ,
जब जब तुम रोये हो तन्हाई में ll

जिन्दगीं के सफ़र में जब दर्द तुम्हे हुआ कभी ,
सच यही है की उनकी अखे रोई है ll

CONVERSATION

2 comments:

  1. वे कौन? माता पिता? या अधूरे सपने?

    Interesting.

    Cheers
    Blasphemous Aesthete

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